THE SINGLE BEST STRATEGY TO USE FOR BHOOT KI KAHANI

The Single Best Strategy To Use For bhoot ki kahani

The Single Best Strategy To Use For bhoot ki kahani

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Bhoot ki kahani

दुनियाँ में जिस तरह पवित्र और धार्मिक शक्तियों का अस्तित्व और महात्म्य है, उसी तरह आसुरी शक्ति, भूत प्रेत, और मैली विद्या, की पूजा करने वाले, और उसमे मानने वाले लोगो की भी कमी नहीं है। इक्कीसवी सदी में सांस लेने वाली दुनियाँ के कुछ लोग आज भी भूत प्रेत – और अतृप्त आत्मा, के अपने आस-पास होने का भास करते हैं।

मैं उसके पास रुका भी नहीं क्योंकि मुझे उस लड़की से डर लग रहा था। वह लड़की कई दिनों तक मुझे देखती रहती थी। एक दिन वह लड़की वहां पर नहीं दिखाई दी।तो मैं सोच में पड़ गया।

पमिनाबहन और उनकी बेटी अपना सामान बांधने लगीं। तभी उनके पड़ोसी शांताबहन आयीं और समझया कि घर छोड़ कर जाना कोई उपाय नहीं है, समस्या से भागने की बजाय उसका सामना करना चाहिए।

story of monkey and crocodile in hindi

प्लैटफॉर्म के चक्कर लगा रहा था। रमेश टहलता हुआ थक गया तो एक बेंच पर बैठ गया। उसने घड़ी देखी तो दो बज रहे थे। कुछ ही देर बाद उसके पीछे से किसी के चलने की आवाज आई। उसने लालटेन से पीछे मुड़कर देखा तो वहां कोई भी नहीं था। रमेश को लगा कि उसे नींद आ रही है। उसने चारों तरफ देखा और आंखें बंद कर ली। फिर वहीं कुछ देर बैठे बैठे उसकी आंख लगने लगी। तभी एक हाथ उसके कंधे पर आया और उसे जगाने लगा। पहले तो उसने ध्यान नहीं दिया.

तो मैंने देखा कि जैसे कोई सफेद साड़ी पहनकर,बाल खोलकर,लाल कलर की लाली लगाकर, जोर-जोर से हंस रही थी। मैने डर के मारे आंख नीचे कर लि.और नीचे देखने लगी। तभी कोई के चिल्लाने की आवाज आई.

Bijay ..mujhe nh lagta ghost hai bol k sb pehele se Hello dar chuke hi so hum b darjate ..agar rat ko ap ko ek jaga me chhoddiaa jae to ap bna dare so jaoge ..par ap ko pata hai ki o samsan ghat hai so ap jite g mar jaoge ….

मुंह के छालों से छुटकारा पाने के आयुर्वेदिक व घरेलू उपाय

ऐसा क्या हुआ जो वह लड़की आज नहीं आई । फिर मैं अपने घर की तरफ निकल पड़ा। एक हफ्ते बाद मेरे घर पर एक चिट्ठी आई और मुझे पता चल गया था कि यह चिट्ठी उसकी ही है। उसमें उसका नाम प्रीति लिखा हुआ था।

कि यह मेरी चाची की आत्मा जो मुझे लेने आई थी। क्योंकि मरने से पहले मेरी चाची ने कहा था। कि मैं तुम्हारी बड़ी बेटी को छोडूंगी नहीं .

दोस्तों यह कहानी एकदम सच्ची घटना पर आधारित है, जिसे एक ऑटो वाले भैया ने मेरे को एक बार सुनाया था। रीवा रेलवे स्टेशन में, […]

उसने मुझे बताया की मैं यहाँ एक ऑफिस मैं काम करती हूँ और मैं पहाड़ के पीछे एक छोटी सी बस्ती हैं वहां रहती हूँ ।

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कहानी की शुरुआत रितिका और उसके परिवार से होती है वह लोग हाल ही में अपने पुराने घर को छोड़कर नए घर में शिफ्ट हुए थे रितिका के पापा की तरक्की हो गई थी कंपनी की तरफ से यह खूबसूरत सा बंगला उन्हें गिफ्ट ...

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